अदाणी समूह ने पुरी रथ यात्रा में शुरू की प्रसाद सेवा, गौतम अदाणी ने कहा 'अत्यंत गौरव की बात'

अदाणी समूह ने पुरी रथ यात्रा में शुरू की प्रसाद सेवा, गौतम अदाणी ने कहा 'अत्यंत गौरव की बात'

नई दिल्ली, 27 जून (आईएएनएस)। अदाणी समूह ने महाकुंभ की तरह ही ओडिशा के पुरी में चल रही जगन्नाथ यात्रा के दौरान भी भक्तों के लिए 'प्रसाद सेवा' की शुरुआत की है। समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने इसे अपने और अपने परिवार के लिए "अत्यंत गौरव और संतोष का विषय" बताया है।

अहमदाबाद विमान दुर्घटना को लेकर संसदीय समिति बोइंग और एयर इंडिया के अधिकारियों सहित कई और से करेगी पूछताछ

June 27, 2025 6:47 PM

नई दिल्ली, 27 जून (आईएएनएस)। अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ सेकंड के भीतर ही बोइंग ड्रीमलाइनर विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से संबंधित हवाई सुरक्षा मुद्दों पर पूछताछ के लिए बोइंग के अधिकारियों, एयर इंडिया के प्रतिनिधियों, नागरिक उड्डयन सचिव और डीजीसीए अधिकारियों को परिवहन संबंधी संसदीय समिति ने बुलाया है। बैठक जुलाई के पहले सप्ताह में होने की संभावना है।

पाकिस्तानी एक्टर्स का समर्थन करना जसबीर जस्सी को पड़ा भारी, शिकायत दर्ज

June 27, 2025 5:57 PM

नई दिल्ली, 27 जून (आईएएनएस)। दिलजीत दोसांझ स्टारर 'सरदार जी 3' को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इस बीच पाकिस्तानी एक्टर्स के समर्थन में दिए बयान को लेकर पंजाबी सिंगर जसबीर जस्सी के खिलाफ शुक्रवार को संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज की गई। जस्सी पर देश की भावनाओं का अपमान करने का आरोप लगाया गया है।

June 26, 2025 10:40 PM

Bihar के Bhagalpur में दिव्यांगों का सहारा बनी केंद्र सरकार की ADIP और राष्ट्रीय वयोश्री योजना

भागलपुर, बिहार: बिहार के भागलपुर के कहलगांव में केंद्र सरकार की एडिप और राष्ट्रीय वयोश्री योजना के तहत दूसरी बार शिविर लगाया गया। यहां करीब 550 दिव्यांगों को ट्राय सायकिल, स्टिक, कान की मशीन और दांत का समान जैसी सामग्री वितरित की गई। लाभार्थी दिव्यांग मन्नू गुप्ता ने उपकरण मिलने पर खुशी जताई।

मरियप्पन थंगावेलु : अभाव पर हौसला और जिद भारी, जिनकी ऊंची छलांग ने लगा दी पदकों की झड़ी

June 27, 2025 6:10 PM

नई दिल्ली, 27 जून (आईएएनएस)। मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है! अंतर्राष्ट्रीय हाई जंपर मरियप्पन थंगावेलु पर यह प्रेरणादायी वाक्य बिल्कुल सटीक बैठता है। महज 29 साल की उम्र में इस पैरा एथलीट ने खेल के सबसे बड़े मंच पर गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतकर सिर्फ देश का नाम ही रोशन नहीं किया है, बल्कि समाज की उस सोच को भी बदला है, जिसमें दिव्यांग लोगों को असहाय की दृष्टि से देखा जाता है।